Surah Al-Lahab: In Arabic, Hindi, Roman English with Tarjuma. सूरह अल-लहब (सूरह नं. 111) मक्की सूरह है और इसमें 5 आयतें हैं। यह सूरह इस्लाम के दुश्मन अबू लहब और उसकी पत्नी के बारे में अल्लाह तआला की निंदा और दंड का वर्णन करती है। इस सूरह का नाम “अल-लहब” इसलिए रखा गया है क्योंकि इसमें अबू लहब का ज़िक्र है। अबू लहब, पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का चाचा था, लेकिन उसने हमेशा इस्लाम का विरोध किया और पैगंबर के खिलाफ साजिशें कीं। “लहब” का मतलब होता है “ज्वाला”, और अबू लहब का नाम इसलिए प्रसिद्ध हुआ क्योंकि उसका चेहरा हमेशा लाल और चमकता रहता था, जैसे जलती हुई ज्वाला।
इस सूरह में अल्लाह तआला ने बताया कि अबू लहब की हर संपत्ति, उसकी ताकत और उसके काम उसे अल्लाह के अज़ाब से नहीं बचा पाएंगे। उसकी पत्नी, जो इस्लाम का विरोध करने में उसका साथ देती थी, उसके लिए भी सख्त सज़ा का वादा है। अल्लाह ने कहा कि वह दोनों जहन्नम की आग में जलेंगे। अबू लहब की पत्नी को “हम्मालतल-ह़त़ब” कहा गया, जिसका मतलब है लकड़ी उठाने वाली, जो इस बात की ओर संकेत करता है कि वह पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) को नुकसान पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश करती थी।
Surah Al Lahab
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
Bismillaahir Rahmaanir Raheem
अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।
تَبَّتْ يَدَا أَبِي لَهَبٍ وَتَبَّ
तब्बत यदा अबी लहबिन व तंब
Tabbat Yada Abi Lahabi Watab
अबू लहब के दोनों हाथ टूट जाएँ और वो हलाक हो जाये
مَا أَغْنَىٰ عَنْهُ مَالُهُ وَمَا كَسَبَ
मा अग़ना अन्हु मालुहू व मा क़सब
Ma Agna ‘Anhu Maluhu Wama Kasab
न तो उसका माल उसके काम आया न तो उसकी कमाई
سَيَصْلَىٰ نَارًا ذَاتَ لَهَبٍ
सयसला नारन ज़ात लहब
Sayasla Naran Thatalahab
अब वो भड़कती आग में दाखिल होगा
وَامْرَأَتُهُ حَمَّالَةَ الْحَطَبِ
वम्रअतहु हम्मालतल-ह़त़ब
Wam Ra-atuhu Hamma Latal-hatab
और उसकी बीवी भी जो सर पर लकड़ियाँ लाद कर लाती है
فِي جِيدِهَا حَبْلٌ مِّن مَّسَدٍ
फी जीदिहा ह़ब्लुम मिम मसद
Fee Jeediha Hablun Min Masad
उसके गले में एक खूब बटी हुई रस्सी होगी
Surah Al Lahab in Arabic
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
تَبَّتْ يَدَا أَبِي لَهَبٍ وَتَبَّ
مَا أَغْنَىٰ عَنْهُ مَالُهُ وَمَا كَسَبَ
سَيَصْلَىٰ نَارًا ذَاتَ لَهَبٍ
وَامْرَأَتُهُ حَمَّالَةَ الْحَطَبِ
فِي جِيدِهَا حَبْلٌ مِّن مَّسَدٍ
Surah Al Lahab in Hindi
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
तब्बत यदा अबी लहबिन व तंब
मा अग़ना अन्हु मालुहू व मा क़सब
सयसला नारन ज़ात लहब
वम्रअतहु हम्मालतल-ह़त़ब
फी जीदिहा ह़ब्लुम मिम मसद
Surah Al Lahab in Roman English
Bismillaahir Rahmaanir Raheem
Tabbat Yada Abi Lahabi Watab
Ma Agna ‘Anhu Maluhu Wama Kasab
Sayasla Naran Thatalahab
Wam Ra-atuhu Hamma Latal-hatab
Fee Jeediha Hablun Min Masad
Surah Al Lahab Tarjuma in Hindi
अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम बाला है।
अबू लहब के दोनों हाथ टूट जाएँ और वो हलाक हो जाये
न तो उसका माल उसके काम आया न तो उसकी कमाई
अब वो भड़कती आग में दाखिल होगा
और उसकी बीवी भी जो सर पर लकड़ियाँ लाद कर लाती है
उसके गले में एक खूब बटी हुई रस्सी होगी
Surah Al Lahab in English
In the name of Allah, the most kind, the most merciful.
May Abu Lahab’s both hands be broken and he perish
Neither his wealth nor his earnings will be of any use to him
Now he will enter the blazing fire
And his wife too who brings wood on her head
Will have a finely twisted rope around her neck
सूरह अल-लहब (Surah Al Lahab)एक महत्वपूर्ण सूरह है जो इस बात की गवाही देती है कि इस्लाम के दुश्मनों का अंजाम बुरा होता है। यह सूरह हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें अपने जीवन में अल्लाह और उसके रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के आदेशों का पालन करना चाहिए और कभी भी घमंड और नफरत को अपने दिल में जगह नहीं देनी चाहिए। मेरे प्यारे इस्लामी भाई बहनो, आज हमने सूरह अल-लहब (Surah Al Lahab) तर्जुमे के साथ सीखा, अगर आपको ये पोस्ट से कुछ सिखने को मिला है, तो आप इससे दूसरों को शेयर कर सवाब के हकदार बने.