दुआ इ क़ुनूत(Dua e Qunoot in Hindi, Roman English With Tarjuma) हर रोज ईशा की नमाज़ में सब से आखिर वीतर की तीसरी रकात में पढ़ ने वाली दुआ है।
दुआ-ए-क़ुनूत (دعاء القنوت) इस्लाम में एक महत्वपूर्ण दुआ है, जिसे विशेष रूप से वित्र (विशेषकर रमजान के दौरान) की नमाज़ में पढ़ा जाता है। यह दुआ अल्लाह से मदद, रहमत, हिदायत, और माफी मांगने का एक बेहतरीन ज़रिया है। “क़ुनूत” का मतलब होता है आज्ञाकारिता, नम्रता, और अल्लाह के सामने खुद को पूरी तरह से समर्पित करना। दुआ-ए-क़ुनूत के माध्यम से एक मुसलमान अपनी हर जरूरत, हिफाज़त और बरकत की दरख्वास्त अल्लाह से करता है।
इंशाल्लाह, आज हम नियत करते है की इस आर्टिकल में निचे दिए गये दुआ इ क़ुनूत याद करने की कोसी करगे और उसका तर्जमा समज कर इस दुआ को शेयर कर के सवाब क हक़ दार बनेंगे इंशाल्लाह।
Dua E Qunoot In Arabic
اَللَّهُمَّ إنا نَسْتَعِينُكَ وَنَسْتَغْفِرُكَ وَنُؤْمِنُ بِكَ وَنَتَوَكَّلُ عَلَيْكَ وَنُثْنِئْ عَلَيْكَ الخَيْرَ
وَنَشْكُرُكَ وَلَا نَكْفُرُكَ وَنَخْلَعُ وَنَتْرُكُ مَنْ ئَّفْجُرُكَ
اَللَّهُمَّ إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَلَكَ نُصَلِّئ وَنَسْجُدُ وَإِلَيْكَ نَسْعأئ وَنَحْفِدُ وَنَرْجُو.
رَحْمَتَكَ وَنَخْشآئ عَذَابَكَ إِنَّ عَذَابَكَ بِالكُفَّارِ مُلْحَقٌ
Dua E Qunoot In Hindi
अल्ला हुम्मा इन्ना नस्ता ईनु क व नास्तगफिरुका व नु’अ मिनु बिका व नतावक्कलु अलाइका वा नुस्नी अलैकल खैर
व नशकुरुक वला नकफुरुका व नख्लऊ व नतरुकु मैंय्यफ-जुरूक
अल्ला हुम्मा इय्याका नअबुदु व लका नुसल्ली व नस्जुदु व इलैका नस्आ व नहफिज़ु व नरजू
रहमतका व नख्शा अज़ाबका इन्ना अज़ाबका बिल क़ुफ़्फ़ारि मुलहिक़
Dua E Qunoot In Roman English
Allah Humma Inna Nasta eeno ka Wa Nastagh firuka Wa Nu minu Bika Wa Nata Wakkalu Alaika Wa Nusni Alaikal Khair
Wa Nashkuruka Wala Nakfuruka Wa Nakhla-oo Wa Natruku Mainyyaph-Jurook
Allah Humma Iyaka Nabudu Walaka Nusalli Wa Nasjud Wa Ilaika Nas Aa Wa Nah fizu Wa Narju
Rahma Taka Wa Nakhshaa Azaa baka Inna Azaa baka Bil Kuffari Mulhikk.
Dua E Qunoot In English
Ya Allah, we seek help from You and ask for forgiveness from You, believe in You and trust You and praise You very well and thank You and do not thank You. You separate and leave that person who disobeys you.
Ya Allah, You alone we worship and You alone we offer prayer and we prostrate and we run and pounce towards You and we are hopeful of Your mercy and we fear Your punishment, surely Your punishment is about to reach the disbelievers.
Dua E Qunoot Tarjuma in Hindi
(दुआ ए क़ुनूत का तर्जुमा हिंदी में)
ऐ अल्लाह, हम आप से मदद चाहते हैं ! और आप से माफी मांगते हैं आप पर ही ईमान रखते हैं और आप पर ही भरोसा करते हैं, और आपकी बहुत अच्छी तारीफ करते हैं और आपका शुक्र अदा करते हैं और आपकी ना सुकरी नहीं करते, और अलग करते हैं और छोड़ते हैं, उस शख्स को जो तेरी नाफरमानी करें।
ऐ अल्लाह, हम आपकी ही इबादत करते हैं और आपके लिए ही नमाज़ पढ़ते हैं और सजदा करते हैं और आपकी तरफ दौड़ते और झपटते हैं और आपकी रहमत के हकदार हैं और आपके आजाब़ से डरते हैं, और बेशक आपका आजाब़ काफिरों को पहुंचने वाला है।
रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने अपने सहाबा को मुसीबत के समय और कठिनाइयों से निकलने के लिए यह दुआ पढ़ने की हिदायत दी। यह दुआ अल्लाह के सामने हमारी मजबूरी और ज़रूरत को पेश करने का एक खास तरीका है। दुआ ए क़ुनूत हमारे दिलों में अल्लाह की कुदरत और रहमत की भावना को बढ़ाती है और हमें यह याद दिलाती है कि हर मुश्किल वक्त में सिर्फ वही हमारी मदद कर सकता है। यह दुआ इबादत में एक गहरी आत्मीयता लाती है और हमें अल्लाह के करीब करती है।
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Sukriya Bhai is duwa k liye