Darood E Taj | PDF Arabic, Hindi, English Text

Darood Taj(Salawat Taj) In Arabic

Darood E Taj(Salawat Taj) In Hindi

Darood Taj(Salawat Taj) In Hindi Trajuma

Darood E Taj In Roman English

Darood E Taj(Salawat Taj) In English Translation

Benefits of Reciting Darood E Taj

  1. रूहानी सकून और सुकून-ए-कल्ब
    • दरूद ए ताज पढ़ने से दिल को सुकून मिलता है और इंसान के दिल में नूरानी रोशनी का एहसास होता है। यह इबादत रूहानी ताकतों को मजबूत करती है और दिल से चिंता और परेशानियों को दूर करती है।
  2. मुसिबतों और परेशानियों से निजात
    • जो शख्स दरूद ए ताज को नियमित रूप से पढ़ता है, अल्लाह उसकी सभी मुश्किलात को हल करता है और उसे हर तरह की परेशानी से महफूज़ रखता है।
  3. शिफा और बला से हिफाजत
    • दरूद ए ताज को बीमारी से शिफा के लिए भी पढ़ा जाता है। यह शरीफ़ दरूद हर तरह की बला और आफत से बचाने के लिए फायदेमंद माना जाता है। बीमारी में इसे पढ़ने से अल्लाह की रहमत से सेहत नसीब होती है।
  4. रिज़्क़ में बरकत
    • दरूद ए ताज पढ़ने से इंसान के रिज़्क़ में बरकत होती है और रोज़ी-रोटी के रास्ते खुलते हैं। यह दरूद दुनियावी जरूरतों को पूरा करने और अल्लाह की रहमत से भरा जीवन बिताने का ज़रिया बनता है।
  5. अल्लाह का क़रीबी बनना
    • यह दरूद पढ़ने वाला अल्लाह तआला का क़रीबी बन जाता है, क्योंकि यह नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) पर भेजी गई सलामती है। अल्लाह अपने बंदों को उनकी नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) से मोहब्बत के कारण इनाम देता है और उन पर अपनी रहमत नाज़िल करता है।
  6. मौजूदगी में फरिश्तों का आना
    • इस दरूद को पढ़ने से इंसान की जगह फरिश्ते नाज़िल होते हैं और वह जगह अल्लाह की रहमत से भर जाती है। फरिश्ते उस शख्स के लिए दुआएं करते हैं और उसकी हिफाज़त करते हैं।
  7. दुआओं की कुबूलियत
    • दरूद ए ताज पढ़ने से इंसान की दुआएं कुबूल होती हैं और उसे अल्लाह के दरबार में मक़बूलियत हासिल होती है। यह दरूद हर जायज़ हाजत को पूरा करने का बेहतरीन ज़रिया है।

Time to Pray Darood Taj(Salawat Taj)

  1. फजर या इशा की नमाज़ के बाद: इन वक्तों में पढ़ने से इसे और ज्यादा फज़ीलत हासिल होती है।
  2. जुम्मा (शुक्रवार) के दिन: जुम्मा का दिन इस्लाम में खास बरकत वाला माना जाता है, और इस दिन दरूद पढ़ने की फज़ीलत भी ज्यादा होती है।
  3. मुश्किल समय में या हाजत के वक्त: अगर आप किसी परेशानी में हैं या किसी खास हाजत के लिए दरूद ए ताज पढ़ रहे हैं, तो इसे किसी एकांत और पाक माहौल में पढ़ें।

दरूद ए ताज पढ़ने का तरीका

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