Dua E Masura: In Hindi, Roman English, Urdu, Arabic Pdf.
Dua E Masura In Arabic
اَللّٰھُمَّ أِنِّیْ ظَلَمْتُ نَفْسِیْ ظُلْمًا کَثِیْرًا وَّلَا یَغْفِرُ الذُّنُوْبَ اِلَّا أَنْتَ فَاغْفِرْلِیْ مَغْفِرَةً مِّنْ عِنْدِكَ وَارْحَمْنِیْ أِنَّكَ أَنْتَ الْغَفُوْرُ الرَّحِیْمَ
दुआ ए मासुरा In Hindi
अल्लाहुम्मा इन्नी ज़ालम्तु नफ़सी ज़ुल्मन कसीरान, वला यग़फ़िरुज़-जुनूबा इल्ला अंता,
फ़ग़्फिरली मग़्फ़िरतान मिन ‘इंदिक वरहमनी, इन्नका अंतल ग़फ़ूरुर रहीम।
Dua E Masura In Roman English
Allahumma Inni Zalamtu Nafi, Zulman Kaseeraan, Wala
Yaghfiruz-zunooba Illa Anta, Faghfirlee Maghfiratan -mmin
‘indika War Hamnee Innakaa Antal Ghafoorur Raheem
Dua E Masura In Hindi Trajuma
ऐ ख़ुदा, मैंने ख़ुद पर बहुत ज़ुल्म किया है और तेरे सिवा कोई गुनाह माफ़ नहीं करता, तो मुझे अपनी तरफ से माफ़ कर दे और मुझ पर रहम कर, तू माफ़ करने वाला, दयालु है।
Dua E Masura In English
Oh God, I have wronged myself greatly, and no one forgives sins except You, so grant me forgiveness from You and have mercy on me You are the Forgiving, the Merciful.
When to Read Dua E Masura? दुआ ए मासुरा कहाँ पढ़ें है?
नमाज की आखिरी रकअत में अत्तहियात और दुरूद ए इब्राहिम(Durood e Ibrahim) पढ़ने के बाद दुआ ए मसूरा पढ़ी जाती है।
- हज़रत अबु हुरैराह रदि अल्लाहु अन्हु रिवायत करते हैं: ‘रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने कहा: “जो शख्स हर रात इस दुआ को पढ़ेगा, उसे कोई मुश्किल नहीं आएगी”।” – (सही बुखारी, किताबुल अद्ब, हदीस नंबर 5010)
- जो शख़्स दुआ ए मसुरा पढ़ता है, अल्लाह तआला उसे साल भर की हिफ़ाज़त अता फरमाता है।
- रसूलुल्लाह (सलल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया कि जो कोई सुबह और शाम को दुआ-ए-मसूरा पढ़े, उसे उम्र के दिनों की बारह नाफिल इबादतों का सवाब मिलता है।