6 Kalma(छठा कलमा): In Hindi, Arabic, Roman English with Tarjuma. बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम, अस्सलामुअलैकुम वारहमतुल्लाहि वबरकातुह, मेरे प्यारे इस्लामी भाइयों और बहनों. यह इस्लाम का छठा कलमा है जिसे “रद्द-ए-कुफ्र(Radd-e-Kufr)” कहा जाता है। इंशाअल्लाह आज हम छठा कलमा तर्जुमा के साथ सीखेंगे और अल्लाह से दुआ करते हैं, हमें इसको याद करने की और समझने की तौफीक आता करे।
6th Kalma in Arabic
اَ للّٰهُمَّ اِنِّیْٓ اَعُوْذُ بِكَ مِنْ اَنْ اُشْرِكَ بِكَ شَيْئًا وَّاَنَآ اَعْلَمُ بِهٖ وَ اَسْتَغْفِرُكَ لِمَا لَآ اَعْلَمُ بِهٖ تُبْتُ عَنْهُ وَ تَبَرَّأْتُ مِنَ الْكُفْرِ وَ الشِّرْكِ وَ الْكِذْبِ وَ الْغِيْبَةِ وَ لْبِدْعَةِ وَالنَّمِيْمَةِ وَ الْفَوَاحِشِ وَ الْبُهْتَانِ وَ الْمَعَاصِىْ كُلِِّهَا وَ اَسْلَمْتُ وَ اَقُوْلُ لَآ اِلٰهَ اِلَّا اللهُ مُحَمَّدٌ رَّسُوْلُ اللهِؕ
6th Kalma in Hindi
अल्लाहुम्मा इन्नी ऊज़ुबिका मिन अन उशरिका बिका शय अव व अना आलमु बिही व अस्ताग्फिरुका लिमा ला आलमु बिही तुब्तु अन्हु व तबर्रअतू मिनल कुफरी वश शिरकी वल किज्बी वल गीबती वल बिदअति वन नमीमति वल फवाहिशी वल बुहतानी वल मआसी कुल्लिहा व अस्लमतु व अकूलू ला इलाहा इल्ललाहू मुहम्मदुर रसूलुल लाह |
6th Kalma in Roman English
Allahhumma Inni Aaoozubika Min An Ushrika Bika Shai Aown Wa Anaa Aalamu Bihi Wa Asthaghfiruka Lima La Aalamu Bihi Tubtu Anhu Wa Tabarratu Minal Kufri Washshirki Wal Kizbi Wal Geebati Wal Bidati Wan Nameemati Wal Fawahishi Wal Buhtani Wal Maasi Kulliha Wa Aslamtu Wa Aqoolo Laa Ilaaha Illallahoo Mohammadur Rasool Ullah.
6th Kalma Tarjuma in Hindi
ऐ अल्लाह में तेरी पन्हा मांगता हूँ इस बात से के में किसी शेय को तेरा शरीक बनाऊ जान बूझ कर और बख्शीश मांगता हूँ तुझ से इस (शिर्क) की जिसको में नहीं जानता और मेने इससे तौबा की और बेज़ार हुआ कुफ्र से और शिर्क से और झूट से और ग़ीबत से और बिदअत से और चुगली से और बेहयाओं से और बोहतान से और तमाम गुनाहो से और में इस्लाम लाया और में कहता हूँ के अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं और हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह के रसूल है।
6th Kalma in English
O Allah, I seek Your protection from associating any thing with You knowingly and I ask forgiveness from You for this (shirk) which I do not know about. I have repented from it and am fed up with disbelief and shirk and lying and backbiting and bid’ah and gossiping and obscene things and lies and all the sins and I have embraced Islam and I say that there is no one worthy of worship except Allah and Hazrat Muhammad sallallaho alaihi wasallam is the Messenger of Allah.
मेरे प्यारे इस्लामी भाई बहनो, आज हमने छठा कलमा तर्जुमे के साथ सीखा, अगर आपको ये पोस्ट से कुछ सिखने को मिला है, तो आप इससे दूसरों को शेयर कर सवाब के हकदार बने.